कृतिनाम- विवाहपटल-भाषा अर्थात् विवाहपटल का पद्यानुवाद, कर्ता-अभयकुशल, कर्ता के गुरु का नाम- पुण्यहर्ष-खरतरगच्छीय, भाषा-मा.गु., कृति प्रकार-पद्य. विषय-ज्योतिष, गाथा परिमाण-६३, रचना संवत्-अनुपलब्ध, संलग्न कुल हस्तप्रतों की संख्या-३५ है। वर्तमान में उपलब्ध सूचना के अनुसार यह...