विविध संवतों का प्रमाणसिद्ध अंतर एवं वीर निर्वाण की निर्विवाद कालगणना वीर निर्वाण के सही समय को सिद्ध करने के लिए एकाधिक प्रमाणों एवं युक्तिओं में से एक प्रमाण विविध संवतों के अंतर का भी... Read More
ऊजल कविकृत शिवपुर(शिरोही) मंडण आदिनाथ चतुर्मुखप्रासाद स्तवन-गणि सुयशचन्द्र – सुजसचन्द्रविजयजी कुल ८४ पद्योमां गूंथायेल प्रस्तुत रचना सिरोही नगरना आदिनाथ प्रभुना चौमुख जिनालयनी प्रतिष्ठाने वर्णवती ऐतिहासिक रचना छे। कृतिकारे अहीं भाषा तथा वस्तु ए बे... Read More
वाचक मानविजयजी कृत श्री वीतराग अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्र – सा. आर्ययशाश्रीजी म.सा. (पू. नेमिसूरि समुदाय) आ कृति कलश सहित कुल २३ गाथामां रचायेली छे। पू. मानविजयजी म.सा. ए अद््भुतशैलीमां परमात्मानां १०८ नामोनुं गाथामां प्रास साथे निरूपण कर्युं छे। वितराग... Read More
ग्रंथसूचना शोधपद्धति : एक परिचय – 5 स्पेशल क्वेरी- कुछ विशेष परिस्थितियों में, जब प्राप्त अपूर्ण सूचनाओं के आधार पर किसी भी शोध-प्रपत्र में कृति, प्रकाशन, हस्तप्रत अथवा मैगेजिन अंक को... Read More
ग्रंथसूचना शोधपद्धति : एक परिचय – 4 ग्रन्थमाला आधारित शोध पद्धति : कभी-कभी वाचक किसी ग्रन्थमाला का नाम लेकर आता है और प्रश्न करता है कि अमुक ग्रन्थमाला की कौन-कौन सी... Read More
ग्रंथसूचना शोधपद्धति : एक परिचय – 3 हस्तप्रत आधारित शोधपद्धति ः यदि कोई वाचक मात्र किसी हस्तप्रत का नाम लेकर आता है कि आपके पास अमुक हस्तप्रत है या नहीं? यदि... Read More